रायपुर/बस्तर। छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची के Special Summary Revision / SIR (एसएआर) अभियान के दौरान लगातार मिल रही अनियमितताओं की शिकायतों को लेकर भाजपा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) से औपचारिक शिकायत की है। पार्टी ने कहा कि कई जिलों में सर्वे प्रक्रिया निर्धारित नियमों से भटकी हुई है, जिससे मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर सीधा असर पड़ रहा है।
भाजपा ने अपने ज्ञापन में आरोप लगाया कि बूथ लेवल एजेंटों (BLA) को पहचान पत्र जारी नहीं किए गए, जिसके कारण वे मतदाता सत्यापन की प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पा रहे। पार्टी ने इसे एक गंभीर प्रशासनिक चूक बताते हुए कहा कि इससे एसएआर सत्यापन की निष्पक्षता प्रभावित होती है।
पार्टी ने यह भी दावा किया कि कई बूथ लेवल अधिकारी (BLO) घर-घर सर्वे नहीं कर रहे और कई जगहों पर सिर्फ कागज़ी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। भाजपा के अनुसार, यह लापरवाही आगामी चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता को खतरे में डाल सकती है।
कुछ स्थानों पर राजनीतिक हस्तक्षेप के आरोप भी लगाए गए हैं। भाजपा नेताओं ने कहा कि कई BLO कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर सत्यापन कर रहे हैं, जिससे मतदाता सूची में संशोधन के दौरान पक्षपात की आशंका बढ़ जाती है। इस संबंध में पार्टी ने कुछ उदाहरण और शिकायतें भी CEO को सौंपे दस्तावेज़ों में शामिल की हैं।
रायपुर में एक महिला BLO और भाजपा पार्षद के बीच विवाद का वीडियो वायरल होने के बाद स्थिति और गंभीर हो गई है। BLO ने आरोप लगाया कि पार्षद ने उनके कार्य में दखल दिया और फोन पर धमकी जैसा व्यवहार किया। विवाद बढ़ने पर निर्वाचन अधिकारियों ने पार्षद से स्पष्टीकरण मांगा है, जबकि BLO ने प्रशासनिक कार्रवाई की मांग की है।
मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने अलग से जनता को चेतावनी दी है कि एसएआर सत्यापन के नाम पर OTP मांगने वाले फर्जी कॉल सक्रिय हैं, जबकि BLO किसी भी स्थिति में OTP नहीं मांगते। भाजपा ने मांग की है कि एसएआर की पूरी प्रक्रिया की जिलावार जांच की जाए और जहां भी खामियां मिली हैं, वहां तुरंत कार्रवाई हो। चुनाव आयोग ने शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए कहा कि सभी बिंदुओं की जांच नियमों के तहत की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में एसएआर सर्वे की अनियमितताओं पर भाजपा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से की शिकायत

