जयपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर चल रहा जयाबेन कैटर्स इन दिनों यात्रियों को खुलकर ठगने में लगा है। आधिकारिक रेट लिस्ट में चाय का दाम ₹5 लिखा है, लेकिन जब जवान चाय लेने पहुंचे तो काउंटर वालों ने ₹10 वसूले। सवाल करने पर कैटरर्स ने चौंकाने वाला जवाब दिया…₹5 वाली रेलवे की चाय पानी होती है… आप उसे नहीं पी पाएंगे।
जब यात्रियों ने आग्रह किया कि वह ‘पानी वाली चाय’ दिखाई जाए, तो कैटरर्स ने जो चाय दिखाई, वह पानी नहीं बल्कि काली चाय थी। इस खुलासे के बाद यात्रियों में असमंजस और गुस्सा दोनों फैल गया कि आखिर रेलवे ₹5 में दूध वाली चाय देना चाहता है या काली चाय? रेट लिस्ट में दूध वाली चाय की जगह काली चाय दिखाना अपने आप में बड़ा सवाल खड़ा करता है…क्या यह कैटरर्स और अधिकारियों की मिलीभगत है?
हैरानी की बात यह है कि यह पूरा वाकया कैमरे में रिकॉर्ड किया गया है…कैटरर्स का दोहरा रवैया, गलत जानकारी और ज्यादा वसूली सब कुछ वीडियो में साफ दिखता है। इसके बावजूद प्लेटफॉर्म पर यह ठगी बेखौफ जारी है।
देश के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक जयपुर स्टेशन पर अगर आधिकारिक रेट लिस्ट को ही मजाक बना दिया जाए और यात्रियों से मनमानी वसूली की जाए, तो इस व्यवस्था पर भरोसा कैसे किया जाए? रेलवे हर दिन हजारों यात्रियों से वादा करता है कि वह गुणवत्ता और उचित दरों पर सुविधा देगा, पर जमीन पर तस्वीर बिल्कुल उलट है….यहाँ नियम भी कागज़ के हैं और जिम्मेदारी भी।
यात्री साफ कह रहे हैं कि वे ठगा महसूस कर रहे हैं। कैटरिंग विभाग और रेलवे प्रशासन कब जागेगा? और कब इस खुले लूट–तंत्र पर कार्रवाई होगी?


