सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पोलमपल्ली क्षेत्र के टोयापाड़ा गांव में मंगलवार शाम को नवखई उत्सव के दौरान हुई एक विवादित घटना ने उत्सव की खुशी को त्रासदी में बदल दिया। स्थानीय पुलिस के अनुसार, विवाद किसी अनजान कारण से शुरू हुआ और जल्द ही दोनों पक्षों ने लाठी-डंडे ले लिए। झड़प इतनी तेज हुई कि दोनों पक्ष के लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए।
रविवार को उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में मृतकों के नाम पोडियम देवा (45 वर्ष) और पोडियम पोडिया (35 वर्ष) बताए गए हैं। पुलिस ने इस युद्ध‑स्तर की झड़प को एक “व्यक्तिगत विवाद से उपजी पारस्परिक हमले” का मामला बताया है और कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि अन्य लोगों की भागीदारी भी हो सकती है।
पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने कहा है कि मामले की गहन जांच की जा रही है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विवाद कैसे शुरू हुआ। कुछ प्रारंभिक संकेतों में बताया गया है कि उत्सव के दौरान शराब की खपत ने स्थिति को उकसाया हो सकता है। मृतकों में से एक की पत्नी की भूमिका की भी जांच की जा रही है। गांव में शांतिभंग की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने इलाके को सील कर दिया है और अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सबूत जुटाना शुरू कर दिया है।
घटना ने स्थानीय समुदाय को सदमे में डाल दिया है, क्योंकि नवखई जैसे सामुदायिक उत्सवों को आपसी मेल और सौहार्द की घटना माना जाता है। अब यह देखना बाकी है कि जांच किस दिशा में ले जाएगी और न्याय एवं सुरक्षा व्यवस्था को कैसे बनाये रखा जाएगा।

